कुंडली बनाने के पहले ज्योतिष की बेसिक जानकारीयों को जान लेना अति आवश्यक है | क्योकि यदि आपको क, ख, ग, घ ही नहीं आता है तो आप हिंदी कैसे पढ़ लिख सकते है ? तो आइये आपको ज्योतिष की प्राथमिक जानकारी से अवगत कराते है |
कुंडली बनाते समय आपको कुछ परिमाण याद रखने होंगे जैसे-
60 विपल = 1 पल
60 पल = 1 घटि
60 घटि = 1 अहोरात्र ( 1 दिन व रात्रि )
60 विकला = 1 कला
60 कला = 1 अंश
30 अंश = 1 राशी
24 मिनट = 1 घटि
ढाई घटि = 1 घंटा
यदि आप कुंडली बनाना चाहते है तो इन्हें अवश्य देखे-
5 मिनट में अपनी कुंडली बनाये वो भी बिना मोबाईल या कम्प्यूटर के |
”जन्मसमयशुद्धि”अपनी कुंडली कैसे बनाये ? How Made Horoscope
”इष्टकाल”अपनी कुंडली कैसे बनाये ? How Made Horoscope
”भयात भभोग” गणित व उदहारण द्वारा स्पष्ट | Bhayat, Bhabhog

नीचे जो आकृति दिखायी दे रही है वो कुंडली (उत्तर भारतीय) की आकृति है| कुंडली में बारह भाव होतें हैं , जिन्हें क्रम से नीचे बनी कुंडली में आप देख सकते है –

आप कुंडली बना रहे है यानि आप एक ज्योतिषी की भूमिका अदा कर रहे है, और अधिकांश ज्योतिषी हिंदी भाषा में कुंडली में गणितीय संख्याएँ (1, 2, 3, 4) लिखते है | तो आप भी हिंदी में ही गणितीय संख्याएँ लिखकर इस परंपरा और क्षवि को बनाये रख सकते है| और यदि आप किसी की कुंडली का फलादेश कह रहे हो तो आपको हिंदी भाषा की गणितीय संख्याएँ आनी चाहिए| तभी तो आप फलादेश कहने में सक्षम हो पाएंगे | तो आइये आपको हिंदी भाषा में गणितीय संख्याएँ लिखना बता देते है –
१ = 1 ६ = 6
२ = 2 ७ = 7
३ = 3 ८ = 8
४= 4 ९ = 9
५ = 5 १० = 10
यें थीं कुंडली बनाने के पहले जान लेने वाली ज्योतिष की बेसिक जानकारीयाँ | यदि आप इस विषय में और कुछ पूछना चाहते हो तो कमेंट कर के हमसे पूछ सकते है |